Ye dil ki baat hai dur tk jayegi |
Disclaimer :
ये कविता सच्ची घटना से प्रेरीत है। इस कविता से किसीको बढ़ावा देना या किसीको नीचा दिखाना इन सब बातों का समर्थन कविताकार नहीं करतें।
About :
ये कविता उस समय को दर्शाती है। जब दो प्रेमी अलग हो जातें है और जब लड़के को मालुम होता है की वो अब उसके जीवन का हिस्सा नहीं बन सकतीं। तब लड़के के दिल में हुई हलचल ये कविता आपको अनुभव कराएगी।
शुरू करते है दिल की बात...
ये दिल की बात है ।
दूर तक जाएगी ।।
नये प्यार की शुरुवात थीं अपनी
तब से तुझे दिल से लगाया था ।
तेरे संग शादी का बड़ा सपना सजाया था
बस तुझेही मैंने अपना....ख़ुद का माना था ।
लाख चाहे तो भी ओ दिन तू कैसे भुलाएगी ।
ये दिल की बात है ।
दूर तक जाएगी ।।
याद आते है वो पल
जब मुलाकात हर दिन हुआ करती थीं ।
मेरी कहीं हर बात तेरे लिए
खास हुआ करती थी ।
अब बदल गए है वो दिन
ये तू अपने दिल को कैसे समझाएगी ।
ये दिल की बात है।
दूर तक जाएगी ।।
सपनें बोहोत देखें थे मैंने
जब तू मेरे साथ थी ।
हर पल ख़ुशी से जीता था
जब तू मेरा सबकुछ, मेरी दुनिया, मेरी जान थीं ।
लगा न था मुझे एक दिन तू ऐसे ठुकराएगी
ये दिल की बात है ।
दूर तक जाएगी ।।
भुला दिया तूने मुझे
मगर एक दिन याद तुझे भी आएगी ।
ये प्यार का रिश्ता है मेरा
इतने में ना तोड़ पाएगी ।
ये दिल बात है ।
दूर तक जाएगी ।।
- रत्नकांत सुर्यवंशी
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4 Comments
❣️🥰😍
ReplyDeleteSsuper
ReplyDeleteNice dada
ReplyDeleteNice poem ,keep it up bro
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